Monday, July 7, 2008
जरा सोचिए
परमाणु करार विवाद वामपंथीयों के लिए एक बुरे सपने की तरह है... वो न तो इसे निगल ही पा रहे हैं और न ही उगल ही पा रहे हैं.... अब जैसे की सोमवार की शाम वाम के खेमें से ये बात निकल कर आई की मंगलवार की दोपहर तक वो समर्थन वापस ले सकते हैं... कारण प्रधानमंत्री के आईएईआई में जाने वाली घोषणा ही समझा जा रहा है जो की उन्होने जापान के लिए कुच करने से पहले की... प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जापान के लिए रवाना हो चुके... इधर भाजपा के हलकों में सोमवार को दिनभर ये बाते होती रही की आडवाणी ने वाम नेता प्रकाश करात को एक दुत के जरिए ये कहलवा भेजा है की जल्द से जल्द परमाणु विवाद पर कोई फैसला ले लें... इसी बीच सोमवार को ही भाजपा के सबसे छोटे नेता ( प्रवक्ता) राजीव प्रताप रुढी ने यूपिए के चार वर्षों का रिपोर्ट कार्ड जारी कर दिया ... और सामाजवादी पार्टी महासचीव अमर सिंह को भी खरी खोटी सुनाई... बहरहाल ये सारी घटनाएं एक ही दिन की है... जैसे की प्रधानमंत्री का जापान जाना ... जापान जाने से पहले बयान देना... बिजेपी में दुत वाली खबर, रिपोर्ट कार्ड जारी होना और शाम तक समर्थन वापसी की खबर... ये कोई इत्तेफाक नही हो सकता... क्या सरकार जा रही है या फिर वामपंथी को मुंह की खानी पडेगी... जरा सोचीए
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment