Saturday, August 2, 2008
लालच बुरी बला...
1 अगस्त को इस देश ने उमा भारती की करतुत भी देखी... सबकुछ टीवी पर था.. एक सीडी जिसमें एक व्यक्ति बीजेपी सांसदों के घरों में एक भारी बैग लेकर जा रहा है... बाद में ये दावा किया गया की बीजेपी ने 22 जुलाई को संसद में नोटों को लहराने की झुटी साजीश रची थी... हमे भी लगा की ये क्या हो गया... लेकिन बाद में जब उस सीडी पर गौर किया गया तो सवाल उठाने वाली उमा भारती खुद शक के घेरे में आ गई... वो सीडी दरअसल कांड होने के बाद में फिल्माया गया था क्योंकि संसद में जब नोटों को लहराया गया उसके बाद अशोक अर्गल के घर के बाहर बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने 23 जुलाई को एक होर्डिंग लगवाई थी जिसमें इस कांड को उजागर करने की बधाई दी गई थी... यहीं पर आकर उमा भारती की फिल्म मार खा गई और जनता में पहुंचने से पहले बॉक्स ऑफिस में ही पिट गई... उसके बाद बीजेपी को मौका मिल गया उमा को लथाडने का जमकर लथाडा लेकिन फिर बाद में शायद दया दिखाते हुए छोड दिया... वो भी समझते उनकी छटपटाहट को... कॉंग्रेस की तरह सत्ता की भुख से वो भी वाकीफ हैं... बहरहाल, जनता भी बहुत मजा ले रही है किसी भी एन्टरटेनमेंट प्रोग्राम से कम थोडे ही है आजकल जो भी हो रहा है सत्ता के गलियारे में .... मजा लिजिए ऐश किजिए...
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